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अर्शी का चक्रव्यूह

अर्शी के पापा बेहद खुश थे| उनके जीजा जी ने  अर्शी के लिए जो रिश्ता बताया था, उन लोगों ने अर्शी को पसंद कर लिया और अर्शी के परिवार में भी तो सब यही चाहते थे |आखिर लड़के के पिता अधिकारी थे लड़का भी सरकारी नौकरी कर रहा था संपन्न परिवार का लाडला बारिश-* वंश|          लेकिन अर्शी के पापा को चिंता थी कि  उनकी छोटी सी दुकान चलाने के साथ की हुई पूरे जीवन की बचत भी शायद लड़के वालों के लिए अपर्याप्त रहेगी| पर अर्शी की  मां  ने पापा को समझाते हुए कहा" एक बार बात करके देखने में क्या हर्ज है अरे !अधिकारी हैं तो क्या हुआ? उन्हें अपनी अर्शी पसंद है |हो सकता है वह लोग पैसे से ज्यादा अपनी पसंद की लड़की को अहमियत दें| "  अर्शी के पिता ने कहा "ठीक कह रही हो लड़की  बाप हूं, कोशिश तो करनी ही पड़ेगी फिर तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं रहती| मेरे पास कौन सी नौकरी है |कल को कुछ हो गया तो कौन शादी करेगा   मेरी बिटिया की ?अर्शी की मां ने कहा "सब अच्छा होगा आप चिंता मत करिए मैंने तो भगवान से प्रसाद भी मान रखा है| अच्छे से यह रिश्ता हो जाए फिर अपनी अर्शी...

Wilma rulolf story in hindi

              दृढ़ इच्छाशक्ति का जादू  आपको भी लगता है जीवन में चारों तरफ अंधेरा है| समस्याएं ऐसी , जैसे लगता है कुछ बेहतर होने वाला नहीं ,कोई रोशनी की किरण दिखाई नहीं देती तो चलिए मिलते हैं एक ऐसी मिसाल से जिसने ना सिर्फ स्वयं को तपा कर सोना बनाया बल्कि जगमगाती रोशनी की किरण फैलाई जिससे हम अपनी हर समस्या से जूझने की , जीतने की सामर्थ प्राप्त कर सकते हैं-        दोस्तों बात है सन 1939 की |अमेरिका के एक बेहद गरीब परिवार मैं एक लड़की का जन्म हुआ| जिसकी माता घरों में नौकरानी और पिता  कुली थे| 4 साल की उम्र में डॉक्टर ने माता-पिता को बताया "आपकी बेटी को पोलियो है और वह कभी भी अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पाएगी उसे जीवनभर ब्रेस का सहारा लेना पड़ेगा|"         9 साल की उम्र में इस बालिका ने अपने विद्यालय में एक दौड़ प्रतियोगिता देखी| जिसमें बच्चों को दौड़ते देख उसके मन में दौड़ने की चाह जगी| उसने घर जाकर अपनी मां से कहा "मां मैं दुनिया में सबसे तेज दौड़ना चाहती हूं "लड़की की मां धार्मिक और सकारात्मक सोच वा...