रामलला को समझने का सफर इसमें अचंभित होने वाली क्या बात है। मैं हम सबके उन्हीं राम की बात कर रही हूं। जिनका वर्णन पूजनीय तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में किया है। जी हां...वही राम जिनके घर वापसी की खुशी आज भी हम दिवाली के रूप में मनाते हैं ।..बिलकुल सही.... हम सबके वही राम... जिन्हें दूरदर्शन पर प्रसारित रामायण में देखने के लिए हम पड़ोसियों के घर जाते थे। Imagecreditprinterest एक किरदार जो भगवान बन गया चलिए दोस्तों, दूरदर्शन की रामायण के राम से जुडी एक घटना आपके साथ शेयर करते हैं। जब दूरदर्शन पर रामायण आती थी। उस समय का सबसे लोकप्रिय किरदार यानी...राम का किरदार अरुण गोविल जी ने निभाया था। और लोग उस किरदार से इतनी गहराई से जुड़ गए थे कि अरुण गोविल को ही राम समझने लगे थे । Magic of will power- विल्मा रुडोल्फ एक बार अरुण गोविल अपनी पत्नी के साथ कहीं जा रहे थे और रास्ते में उनकी गाड़ी खराब हो गई। राम का किरदार निभाने वाले अरुण ...
रिवाल्वर दादी से एक मुलाकात हाल ही में फिल्म " सांड की आंख" का ट्रेलर रिलीज हुआ जिसमें अभिनेत्री भूमि ने चंद्रो दादी का और अभिनेत्री तापसी ने प्रकाशी दादी का किरदार निभाया है। फिल्म सांड की आंख का पोस्टर आखिर क्या है चंद्रो दादी और प्रकाशी दादी की असली कहानी? जानते हैं- चंद्रो तोमर और उनकी चाहत उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक गांव है जोहर। वहां पर एक चंद्रो तोमर नाम की महिला रहती हैं। जिनका जीवन सामान्य महिलाओं की तरह ही था। 60 वर्ष तक की उम्र घर, परिवार और बच्चों की देखरेख में बीत गई। लेकिन चंद्रो दादी की इच्छा थी कि उनके परिवार की बेटियां साहसी और आत्मनिर्भर बने। शूटिंग रेंज से पहली मुलाकात बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने और सम्मान से जीने के लायक बनाने के उद्देश्य से चंद्रो अपनी 11 वर्षीय पोती शेफाली को लेकर शूटिंग रेंज में गई और वहां उसका एडमिशन करा दिया। वह रेंज में शूटिंग ,सीखने लगी। दादी रोज उसके साथ जाती ब...